छत्तीसगढ़ विधानसभा ने पूरे किये 25 साल
छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अपनी 25 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा को एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंचाया है। वर्ष 2000 में भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बने इस राज्य का यह रजत वर्ष, संयोग से उनके जन्मशताब्दी वर्ष में पड़ रहा है। आज इसे “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है ।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की सराहना
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा में अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ के लोकतांत्रिक आदर्शों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा, “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया”, यह बात राज्य की मजबूत लोकतांत्रिक परंपरा को दर्शाती है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले 25 वर्षों में विधानसभा में कभी भी मार्शल का उपयोग नहीं करना पड़ा, जो राज्य की लोकतांत्रिक परिपक्वता का प्रतीक है।

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राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ विधानसभा को बताया आदर्श का प्रतीक
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने न केवल भारत बल्कि विश्व के समक्ष लोकतांत्रिक मूल्यों का एक आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने विधानसभा के अनुशासन और सद्भाव को अन्य विधानसभाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऐतिहासिक अवसर को लोकतांत्रिक मूल्यों और जनता के विश्वास का प्रतीक बताया। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भी छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा इसी तरह आदर्श प्रस्तुत करती रहेगी।
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