भारतीय मुद्रा ने अब तक के सभी रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 90 रु. का आँकड़ा छू लिया है जिसके कारण भारतीय शेयर बाजार में मार्केट खुलते ही गिरावट देखने को मिला। जहाँ कल 1 डॉलर की कीमत 90.28 पैसे जा पंहुचा था कल मार्केट बंद होने पर 1 डॉलर की कीमत 90.21रु. था। यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है रूपये के इस गिरावट के बीच शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रहा था लेकिन मार्केट बंद होने से कुछ घंटे पहले अच्छी रिकवरी देखने को मिला और मार्केट ने “U” शेप बनाते हुए रिकवर किया।

रुपया रहा सुर्ख़ियों में ?
पिछले कई सालों के आंकड़ों पर नजर डालने पर पता चलता है रुपया साल दर साल लगातार कमजोर होता जा रहा है। सन् 1995 में 1 डॉलर 31.42 रूपये के बराबर था जो 2008 में बढ़कर 39.04 रु, 2014 में 62.69 रु, पाँच साल पहले 73.79 रु. और एक महीने पहले 88.72 रु. प्रति डॉलर था जो अब बढ़कर 90 प्रति डॉलर हो गया है। यानी अब 1 डॉलर के बदले 90 रूपये देने पड़ेंगे। जैसे ही 1 डॉलर की कीमत 90 रूपये पहुँचा शेयर बाजार में भी इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला।

3 दिसम्बर को डॉलर के सामने रुपया का दबाव देखा गया था जहाँ डॉलर के मुकाबले रूपये की वैल्यू 90.27 रु. तक जा पहुँचा था। लेकिन आज रुपया अपने कमजोर स्थिति से थोड़ा ऊपर उठने की कोशिश किया है वहीं आज डॉलर के मुकाबले रूपये की वैल्यू 89.88 रूपये रहा।
क्या डॉलर 100 रु का आँकड़ा करेगा पार ?
जिस तरह से प्रति वर्ष डॉलर के मुकाबले रूपये कमजोर होता जा रहा है ऐसे में वो दिन दूर नहीं होगा जब हमें 1 डॉलर के बदले सौ रूपये देने पड़ेंगे। डॉलर की रूपये के मुकाबले बढ़ने से सकारात्क और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
आज जिस तरह से रूपये ने 90 आँकड़ा छूकर वापस 89 रु. के करीब आया है ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है रूपये में थोड़ी स्थिरता बनी रहेगी। लेकिन अभी भी रुपया को लेकर विदेशी मुद्रा के बीच दबाव बना हुआ है।
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