जया किशोरी एक प्रसिद्ध भारतीय कथावाचक और प्रेरक वक्ता और भजन गायिका हैं । जया किशोरी इन दिनों अपने महंगे हैंडबैग को लेकर चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। उन पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने एक ऐसा बैग इस्तेमाल किया, जिसमें गाय की चमड़ी (लेदर) का इस्तेमाल हुआ है। हालांकि, हाल ही में इस मुद्दे पर जया किशोरी ने खुलकर जवाब देते हुए इस विवाद का खंडन किया है।
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जया किशोरी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उनके द्वारा इस्तेमाल किया गया बैग पूरी तरह से कस्टमाइज्ड है और इसमें कहीं भी लेदर का उपयोग नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, “मैंने अपने जीवन में कभी भी चमड़े से बनी चीजों का उपयोग नहीं किया है और न ही कभी करूंगी। यह बैग मैंने अपनी पसंद के अनुसार बनवाया है, जिसमें कोई लेदर नहीं है।” उन्होंने ये भी बताया कि उस बैग पर उनका नाम भी अंकित है,जिसे उन्होंने खुद बनवाया है।

ब्रांड के नाम पर नहीं, पसंद के आधार पर ख़रीदारी करती हूँ
जया किशोरी ने इस बात को भी स्पष्ट किया कि वे ब्रांड या ट्रेंड देखकर चीजें नहीं खरीदतीं। उन्होंने कहा, “कई बार जब आप शॉपिंग के लिए जाते हैं, तो जो चीज आपको पसंद आती है, आप उसे खरीद लेते हैं। मैंने भी इसी तरह इस बैग को खरीदा। यह सिर्फ एक बैग है जो मुझे अच्छा लगा, और मैंने उसे खरीद लिया।”
झूठे आरोप से तपस्या भंग करने का प्रयास
जया किशोरी ने कहा कि वे पिछले कई सालों से पूजा-पाठ और अध्यात्म के कार्यों में सक्रिय हैं और इस प्रकार के झूठे आरोप उनकी तपस्या को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। “मेरे जीवन में कुछ सिद्धांत हैं जिनका मैं हमेशा पालन करती हूं। यह बात मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि मैंने कभी चमड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल नहीं किया है इसका मैं प्रमाण भी देने को तैयार हूँ।” इस बयान के जरिए उन्होंने अपने सिद्धांतों और विश्वास को मजबूत करने की कोशिश की।
किसी को नीचा दिखाकर कुछ नहीं मिलता
सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स की ओर से आलोचना का सामना कर रहीं जया किशोरी ने अपने शब्दों से ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए कहा कि दूसरों को नीचा दिखाकर किसी को कुछ हासिल नहीं होता। जया ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा, “मैं अपनी कथाओं में हमेशा मेहनत करने और अपने माता-पिता का नाम रोशन करने की बात कहती हूं। खुद पर मेहनत करें, अपने शौक पूरे करें, लेकिन दूसरों को नीचा दिखाने से आपको कुछ नहीं मिलने वाला है।”
मैं साध्वी नहीं, आम इंसान हूँ
जया किशोरी ने यह भी बताया कि वे खुद को साध्वी या संत नहीं मानतीं। उन्होंने कहा “मैं कोई साध्वी या संत नहीं हूँ, बल्कि एक साधारण इंसान हूँ। मेरे भी परिवार और मित्र हैं।” उनके इस बयान ने साफ कर दिया कि वे भी एक सामान्य जीवन जीती हैं और उन पर साध्वी का ठप्पा लगाकर किसी गलतफहमी को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
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जया किशोरी ने अपने ट्रोलर्स को भी सकारात्मक सोच और जीवन में मेहनती बनकर अपने और अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें और अपने शौक पूरे करने की ओर बढ़ें। जया का मानना है कि अपनी मेहनत से नाम रोशन करने का मार्ग ही सबसे सही है।
जया किशोरी के इस बयान ने जहां उनके समर्थकों को उनके पक्ष में मजबूत कर दिया है, वहीं उन पर लगे आरोपों पर भी विराम लग गया है।
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