नयनतारा ने लिखा ओपन लेटर, कहा-‘धनुष की सोच निचले स्तर की’

नयनतारा ने लिखा ओपन लेटर, कहा-'धनुष की सोच निचले स्तर की'

@dhanushkraja @Nayanthara

अभिनेत्री नयनतारा और अभिनेता धनुष के बीच चल रहे विवाद ने फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। यह विवाद इस सुर्ख़ियों पर है । दरअसल, यह विवाद नयनतारा की आने वाली नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री ‘नयनतारा: बियॉन्ड द फेयरी टेल’ को लेकर है, जो उनकी जिंदगी और करियर के सफर पर आधारित है। धनुष द्वारा इस डॉक्यूमेंट्री के खिलाफ कॉपीराइट का मामला दर्ज किए जाने और नयनतारा की प्रतिक्रिया ने इसे और भी चर्चा में ला दिया है।

Nayanthara : Image (@nayanthara)

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विवाद की जड़ की असली वजह

दरअसल, नयनतारा की अपकमिंग डॉक्यूमेंट्री फिल्म में धनुष की फिल्म ‘नानुम राउडी धान’ की 3 सेकंड की क्लिप का इस्तेमाल किया गया था, जिसे लेकर धनुष ने ₹10 करोड़ का कॉपीराइट केस दर्ज किया। धनुष ने आरोप लगाया है कि यह क्लिप उनकी अनुमति के बिना इस्तेमाल किया गया है।

हालांकि, नयनतारा का कहना है कि उन्होंने दो साल तक धनुष से एनओसी (No Objection Certificate) के लिए अनुरोध किया, लेकिन धनुष ने इसे स्वीकार नहीं किया। मजबूरन, डॉक्यूमेंट्री को फिर से संपादित करना पड़ा।

नयनतारा ने जारी किया ओपन लेटर

अभिनेत्री नयनतारा ने इस मुद्दे को लेकर एक ओपन लेटर साझा किया जिसमें उन्होंने अपनी भावनाएं साझा कर अभिनेता धनुष की आलोचना की हैं । इस लेटर में अभिनेत्री ने लिखा है कि वह एक आत्मनिर्भर महिला हैं आज वो जिस मुकाम पर पहुँची हैं अपने दम पर पहुँची हैं उनका कोई गॉड फादर नहीं है। नयनतारा ने कहा कि सिनेमा उनके लिए सिर्फ एक करियर नहीं, बल्कि अस्तित्व की लड़ाई है।
उन्होंने धनुष पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपने पिता और भाई जैसे बड़े नामों का सहयोग मिला, जबकि नयनतारा को अपने दम पर संघर्ष करना पड़ा।

डॉक्यूमेंट्री की अहमियत और ‘नानुम राउडी धान’ का अभाव

नयनतारा ने डॉक्यूमेंट्री को अपनी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया, जिसमें उनके करियर, निजी जीवन, और शादी से जुड़े अनछुए पहलुओं को दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में उनकी टीम और कई शुभचिंतकों ने कड़ी मेहनत की है। उनका कहना है कि उन्होंने धनुष से एनओसी (No Objection Certificate) के लिए दो साल तक अनुरोध किया, लेकिन धनुष ने इसे मंजूरी नहीं दी।
मजबूर होकर, डॉक्यूमेंट्री को दोबारा एडिट करना पड़ा और फिल्म के गाने, सीन और यहां तक कि तस्वीरों डाक्यूमेंट्री में से हटाना पड़ा।

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नयनतारा ने धनुष के इस तरह के बर्ताव को घटिया और निचले स्तर का बताया। उनका कहना है कि डॉक्यूमेंट्री से इस फिल्म के गानों और सीन्स को हटाने से डॉक्यूमेंट्री की गहराई पर असर पड़ा है। उन्होंने धनुष के इस व्यवहार को उनके “चरित्र का सबसे निचला स्तर” कहा।

धनुष का बयान

हाँलाकि, नयनतारा के इस ओपन लेटर के बाद अभिनेता धनुष की ओर से अब तक कोई प्रत्यक्ष बयान नहीं आया है, लेकिन कानूनी नोटिस से उनके इरादे साफ नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि डॉक्यूमेंट्री में ‘नानुम राउडी धान’ के सीन बिना अनुमति के इस्तेमाल किए गए हैं, जो कॉपीराइट का उल्लंघन करता है।

Actor Dhanush : image (@dhanushkraja)

धनुष का यह कदम उनके बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights) की रक्षा के लिए उठाया गया है। इंडस्ट्री में यह एक आम प्रथा है कि फिल्मों या गानों के किसी भी अंश के उपयोग के लिए निर्माता या संबंधित व्यक्तियों की अनुमति लेना आवश्यक होता है।

यह विवाद सिर्फ नयनतारा और धनुष तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह फिल्म इंडस्ट्री में कॉपीराइट, पेशेवर नैतिकता और सहयोग जैसे विषयों पर एक नई बहस को जन्म देता है।

धनुष का यह कदम यह दर्शाता है कि इंडस्ट्री में कॉपीराइट कानूनों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। हालांकि, यह भी देखा जाना चाहिए कि क्या उनका कदम व्यक्तिगत कारणों से प्रेरित है।
यह विवाद यह सवाल खड़ा करता है कि क्या इंडस्ट्री में एक-दूसरे के काम के प्रति समर्थन की भावना कमजोर हो रही है।

नयनतारा ने अपने पत्र में फिल्म बिरादरी और दर्शकों के समर्थन का उल्लेख किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनके लिए इस प्रोजेक्ट की सफलता सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि उनके समर्थकों का भरोसा भी है।

कैसे सुलझेगा मामला ?

हालांकि, यह मामला अब कानूनी दायरे में है। धनुष ने जहां कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया है, वहीं नयनतारा इसे अपनी डॉक्यूमेंट्री पर हमला मानती हैं। दोनों ही पक्षों के पास अपने-अपने तर्क और कारण हैं।

आखिरकार, यह मामला अदालत में सुलझेगा, लेकिन दर्शकों को उम्मीद है कि इस विवाद का असर डॉक्यूमेंट्री की रिलीज और उसकी गुणवत्ता पर न पड़े। नयनतारा और धनुष का यह विवाद केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि यह फिल्म इंडस्ट्री की कई जटिलताओं को सामने लाकर खड़ा करता है।

दर्शकों और इंडस्ट्री के लिए, यह एक सबक है कि कैसे क्रिएटिव वर्क और कानून के बीच संतुलन बनाना जरूरी है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला किस दिशा में जाता है और इसका असर इन दोनों बड़े कलाकारों के करियर पर क्या पड़ता है। इसमें आपका क्या कहना है कौन कितना सही है और फैसला किसके पक्ष में और क्यों होना चाहिए?

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