अभी हाल ही में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई जिसने राजनीति गलियारे में सबको हिलाकर कर दिया । बाबा सिद्दीकी एक लोकप्रिय और समाजसेवी नेता थे। बाबा सिद्दीकी ने हमेशा समाज के गरीब और कमजोर वर्गों की भलाई की । वे एक निष्ठावान और जनता के प्रिय नेता थे, जिन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा गरीबों, पिछड़ों, और जरूरतमंदों की मदद के लिए समर्पित किया। बाबा सिद्दीकी का आकस्मिक निधन न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि उनके समर्थकों और समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। इस दुखद घटना ने उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और चुनौतीपूर्ण विरासत सौंप दी है।
ज़ीशान सिद्दीकी ने अपने पिता की हत्या के बाद एक भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने इस मुश्किल समय में अपने पिता के अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प व्यक्त किया और वांद्रे पूर्व के लोगों की सेवा का संकल्प लिया। उनकी इस पोस्ट में पिता के प्रति उनका आदर, प्रेम, और समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दिखाती है। ज़ीशान ने अपने संदेश में लिखा, “मेरे पिता बाबा सिद्दीकी जी हमेशा समाज के गरीबों और कमजोर वर्गों के लिए लड़ते थे और कड़ी मेहनत और दृढ़ता में विश्वास करते थे। एक पिता के रूप में वांद्रे पूर्व में हमने जो काम किया है, उसके बाद मुझे इन चुनावों में जीतते हुए देखना उनका सपना था और अब यह मेरा कर्तव्य है कि मैं उनके सपनों को पूरा करूं और वांद्रे पूर्व के लोगों की सेवा करूं।”
पिता के सपनों को साकार करेंगे ज़ीशान सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी के निधन के बाद ज़ीशान ने उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया है। वे जानते हैं कि उनके पिता का सपना वांद्रे पूर्व क्षेत्र को समृद्ध, सुरक्षित और समाज के हर व्यक्ति के लिए एक बेहतर स्थान बनाना था। बाबा सिद्दीकी के अधूरे सपनों को पूरा करने की जिम्मेदारी अब ज़ीशान सिद्दीकी के कंधों पर है। उनकी पोस्ट से यह स्पष्ट होता है कि वे अपने पिता की तरह समाज की सेवा करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।
NCP में शामिल होकर जनता की सेवा
ज़ीशान सिद्दीकी ने अपने पिता के निधन के बाद राजनीति में एक नया कदम उठाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। उन्होंने अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, और सुनील तटकरे जैसे वरिष्ठ नेताओं का का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कठिन समय में ज़ीशान पर भरोसा जताया और उन्हें समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि एनसीपी में शामिल होकर वे अपने पिता के आदर्शों और उनके सिद्धांतों के साथ समाज की सेवा करेंगे।
उन्होंने इस बारे में लिखा, “आज मैं औपचारिक रूप से एनसीपी में शामिल हो गया हूं और इस कठिन समय में मुझ पर भरोसा करने के लिए श्री अजीत दादा पवार, श्री प्रफुल्ल पटेल जी, श्री सुनील तटकरे जी और पूरे एनसीपी परिवार को धन्यवाद देता हूं। मैं श्री अजीत दादा पवार का उनके अटूट समर्थन और लोगों के आशीर्वाद और मेरे पिता के मार्गदर्शन से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी सौंपने के लिए आभारी हूं।”
यह संदेश ज़ीशान के जीवन में सकारात्मक और दृढ संकल्प को व्यक्त करता है। वे अब अपने पिता की तरह बनने का प्रयास करेंगे जो जनता के अधिकारों और उनके विकास के लिए सदैव तत्पर सेवा भाव के लिए आगे रहते थे।
वांद्रे पूर्व के लोगों के लिए करेंगे काम
ज़ीशान सिद्दीकी ने एक बात स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने पिता की तरह ही वांद्रे पूर्व की जनता के लिए समर्पित हैं। उनके लिए राजनीति केवल सत्ता का साधन नहीं, बल्कि समाज की सेवा करने का एक माध्यम है। वे इस जिम्मेदारी को एक चुनौती के रूप में ले रहे हैं और इसे पूरा करने के लिए अपने पिता की शिक्षा और उनके विचारों का पालन कर रहे हैं।
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि वे अपने पिता के उस उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे जिसके लिए उनके पिता ने अपना जीवन समर्पित किया था। “इस अवसर से अभिभूत होकर, मैं लोगों के जनादेश की मांग करूंगा और उस उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास करूंगा जिसके लिए मेरे पिता ने अपना जीवन समर्पित किया, वांद्रे ईस्ट और उससे आगे के लोगों की सेवा की।” इस वाक्य में उनकी प्रतिबद्धता साफ झलकती है और यह स्पष्ट करता है कि वे अपने पिता की समाज सेवा की परंपरा को कायम रखेंगे।
लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहेंगे ज़ीशान
ज़ीशान सिद्दीकी ने अपने संदेश के माध्यम से अपने भविष्य की योजनाओं का संकेत भी दिया है। वे वांद्रे पूर्व में समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए काम करने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उनके पिता के अधूरे कार्यों को पूरा करना उनकी प्राथमिकता है, और वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि समाज के गरीब, कमजोर, और जरूरतमंद वर्गों को उनका हक मिले।
वे शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, रोजगार, और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान देने का संकल्प ले रहे हैं। ज़ीशान अपने पिता के विचारों और उनके समाज सेवा के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करेंगे और जनता के साथ अपनी गहरी संवेदना और जुड़ाव को बनाए रखेंगे।
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बाबा सिद्दीकी जैसे समाज सेवी और नेक दिल इंसान की हत्या ने उनके परिवार सहित उनके समर्थकों को भी पूरी तरह गहरा सदमा दिया और सबके दिल को तोड़कर रख दिया है, उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी के लिए यह एक व्यक्तिगत और सार्वजनिक दोनों तरह का आघात हुआ है। लेकिन इस दुखद घटना के बाद भी ज़ीशान ने जिस प्रकार अपने पिता के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया है, वह उनके समर्पण और साहस को दर्शाता है। एनसीपी में शामिल होकर, उन्होंने अपने पिता की सेवा और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे वे अपने पिता की परंपरा को आगे बढ़ाते हैं और वांद्रे पूर्व के लोगों के लिए नई उम्मीदें और सुधार लेकर आते हैं। ज़ीशान के इस कदम से यह स्पष्ट है कि वे अपने पिता के आदर्शों को लेकर आगे बढ़ेंगे और समाज की सेवा में अपने जीवन को समर्पित करेंगे।
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