दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाल ही में एक बड़ी सफलता हासिल की है। पंजाब के अमृतसर के एक गांव में की गई छापेमारी में 10 करोड़ रुपये की कोकीन और एक फॉर्च्यूनर कार बरामद की गई। यह छापेमारी दिल्ली में चल रहे एक ड्रग सिंडिकेट की जांच का हिस्सा थी, जिसमें पुलिस ने 5000 करोड़ रुपये के एक बड़े ड्रग कार्टेल का खुलासा किया था। इस पूरे प्रकरण ने देश में ड्रग माफियाओं के एक और बड़े नेटवर्क की पोल खोल दी है, जिससे पुलिस और जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
5000 करोड़ के ड्रग सिंडिकेट का खुलासा
दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले ही राजधानी में 5000 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद की थी, जिसके बाद इस बड़े रैकेट की जांच और तेज हो गई। मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दीं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की गई। इस जांच के दौरान, पुलिस ने अमृतसर हवाई अड्डे से जितेंद्र उर्फ जस्सी नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया। जस्सी ने पुलिस को इस सिंडिकेट से जुड़े कई बड़े खुलासे किए, जिसके बाद पंजाब के अमृतसर के एक गांव में छापेमारी की गई। इस छापेमारी में पुलिस ने 10 करोड़ रुपये की कोकीन बरामद की।
यह छापेमारी ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जारी पुलिस के ऑपरेशन का हिस्सा थी, जिसके तहत कई राज्यों में ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क पर कार्रवाई की जा रही है। जस्सी ने पुलिस को कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिनके आधार पर जांच को और आगे बढ़ाया जा रहा है।
दुबई के व्यवसायी पर शक, लुकआउट सर्कुलर जारी
दिल्ली पुलिस की जांच में एक और बड़ा नाम सामने आया है, जो दुबई में रहने वाला भारतीय मूल का व्यवसायी वीरेंद्र बसोया है। पुलिस को शक है कि बसोया इस ड्रग रैकेट का मुख्य संचालक है, जो दुबई से इसे चला रहा था। इस संदर्भ में पुलिस ने वीरेंद्र बसोया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कर दिया है ताकि वह देश छोड़कर भाग न सके।
जांच में यह बात सामने आई है कि बसोया, तुषार गोयल और जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी की मदद से इस रैकेट को ऑपरेट कर रहा था। पुलिस ने गोयल और जस्सी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, और अब बसोया की तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि बसोया ने ड्रग्स की तस्करी का पूरा नेटवर्क दुबई से ऑपरेट किया और भारत में ड्रग्स की सप्लाई के लिए गोयल और जस्सी की मदद ली।
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आगे की जांच और आरोपियों की धरपकड़
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि वीरेंद्र बसोया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, और अब पुलिस अन्य सह-आरोपियों की तलाश में जुटी है। इस मामले में कई बड़े नाम सामने आने की संभावना है, और पुलिस का मानना है कि यह रैकेट सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैला हुआ है।
आगे की जांच के लिए पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि इस पूरे ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश किया जा सके। दिल्ली पुलिस इस मामले को लेकर बेहद गंभीर है, क्योंकि इससे जुड़े कई और अपराधी अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी से इस सिंडिकेट की पूरी सच्चाई सामने आ सकती है।
देश में ड्रग्स की समस्या और पुलिस की कार्रवाई
यह मामला देश में बढ़ती ड्रग्स की समस्या का एक और गंभीर उदाहरण है। पिछले कुछ वर्षों में भारत में ड्रग्स तस्करी के मामले तेजी से बढ़े हैं, खासकर पंजाब, दिल्ली, मुंबई और गोवा जैसे क्षेत्रों में। इस तरह की तस्करी देश की युवा पीढ़ी के लिए गंभीर खतरा बन गई है, जो नशीली दवाओं के आदी होते जा रहे हैं।
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दिल्ली पुलिस की इस ताजा कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है। ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर पुलिस ने यह संदेश दिया है कि वे इस खतरनाक तस्करी को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस तरह के ऑपरेशन्स से न केवल ड्रग्स की तस्करी को रोका जा रहा है, बल्कि इसके पीछे काम करने वाले माफियाओं को भी पकड़ा जा रहा है।
आगे भी इस तरह के और बड़े खुलासे होने की संभावना है, जिससे पुलिस ड्रग्स के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में बढ़ रही है।